Mock Drill: 6.5 तीव्रता के भूकम्प में फंसे छात्र, रेस्क्यू टीम ने बचाया
यदि आप क्लास में पढ़ाई कर रहे होंं, मैदान में खेल रहे होंं या छत पर मौजूद होंं और अचानक भूकम्प आ जाए तो फिर स्थिति कैसी होगी। ऐसी ही स्थिति से बचने के तमाम उपाय प्रयोग के माध्यम से नागरिक सुरक्षा कोर के सदस्यों की ओर से बताये गये। यदि कोई मलबे में दबा हो, छत पर फंस गया और नीचे उतरने के लिए सीढ़ी न हो कैसे रस्सी के माध्यम से फंसे हुये व्यक्ति को बचाया जा सकता है। ये तकनीक सिखायी गई। मुख्य रूप से रस्सी से पीड़ित व्यक्ति को कैसे बांधे, कैसे पकड़े, उसे नीचे लाकर एम्बुलेंस तक कैसे ले जाये और प्राथमिक उपचार सम्बंधी तमाम जानकारियां दी गई। मॉकड्रिल में फायर बिग्रेड और पूर्वोत्तर रेलवे की टीम भी मौजूद रही। इस मौके पर उपनियंत्रक सत्य प्रकाश सिंह, सहायक उपनियंत्रक वेद प्रकाश यादव, डिप्टी चीफ वार्डन डा. शरद श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य जफर अहमद खां, महमूद सईद समेत अन्य मौजूद रहे।
बाजार में ब्लास्ट तो क्या करें
यदि आप बाजार में हो और ब्लास्ट हो जाये तो क्या करें। इस बात की जानकारी बेहद रोचक अंदाज में नागरिक सुरक्षा कोर की ओर से दी गई। कॉलेज के मैदान में बाजार बनायी गई। जिसमें किसी छात्र ने सब्जी बेची तो किसी ने साइकिल बनाने की दुकान लगायी। तभी अचानक ब्लास्ट हुआ और अफरातफरी मच गई। बचाव टीम आयी तो उसने सबसे पहले प्राथमिक उपचार देने का काम किया और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल भेजा गया। वहीं बम स्कावॉयड के सदस्य आस-पास बम को खोजने में लग गये। यहां मुख्य रूप से छात्रों को बताया गया कि अगर किसी का हाथ या पैर टूट जाये तो कैसे लकड़ी को बांधकर उसे बांधना चाहिए। आग को पानी, कम्बल और बालू या मिट्टी से कैसे बुझाना चाहिए।