वाराणसी में अस्सी से अब काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा

वाराणसी में अस्सी से अब काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा











वाराणसी के अस्सी घाट पर महाशिवरात्रि के मौके नए आंदोलन की घोषणा की गई। सैकड़ों की संख्या में यहां जुटे लोगों ने काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया।शंखनाद घंटा घड़ियाल के बीच हर हर महादेव के गगनचुंबी नारों के बीच शिव भक्तों ने दोनों हाथ उठाकर श्री काशी विश्वनाथ के ज्योतिर्लिंग एवं मां श्रृंगार गौरी की मूर्ति को ज्ञानवापी मस्जिद से मुक्त कराने का संकल्प लिया। अस्सी घाट पर जुटे शिव भक्तों ने कहा कि अब तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक बाबा विश्वनाथ और मां गौरी को ज्ञानवापी मस्जिद से मुक्त नहीं करा देंगे।


इस दौरान उसी तरह के नारे गूंजते रहे जैसे कभी 90 के दशक में श्रीराममंदिर आंदोलन के लिए गूंजे थे। काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन की शुरुआत करते हुए शिव भक्तों से अपील की गई कि अपने घरों में जाकर पूरी कॉलोनी में जनसंपर्क करें और पूरे परिवार के साथ घर की छत पर आधे घंटे तक हर हर महादेव का उद्घोष करते हुए शंखनाद और घंटा घड़ियाल बजा डमरु बजाएं। घर के बर्तन बजा कर बाबा विश्वनाथ की मुक्ति की प्रतिज्ञा करें।


अस्सी घाट पर आंदोलन के शुभारंभ की घोषणा के मौके पर प्रमुख रूप से सुधीर सिंह, बृजेश चंद्र पाठक, राकेश पांडे, सेफ्रान, राजेश सिंह, विनोद भारद्वाज, मंचल एडवोकेट, मार्कंडेय तिवारी मुकेश सिंह, शिवेंद्र सिंह, राजीव राय, रतन वीर सिंह, कमलेश सिंह, सोनिया जैन, बबलू अग्रहरि, राजू केसरी आदि मौजूद रहे।














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