गणित के क्षेत्र में भारत का योगदान अमूल्य: प्रो. त्रिपाठी

गणित के क्षेत्र में भारत का योगदान अमूल्य: प्रो. त्रिपाठी


पीयू के आर्यभट सभागार में मंगलवार को इंस्पायर साइंस कैंप 20 के दूसरे दिन विशेषज्ञों ने गणित तथा भौतिकी के सिद्धांतों के बारे में प्रतिभागियों को सरल तरीके से समझाया।


एचआरआई इलाहाबाद के शिक्षाविद प्रो. सत्यदेव त्रिपाठी ने वैदिक काल में गणित की उपलब्धियों पर चर्चा की। कहा कि भारत ने गणित के क्षेत्र में विश्व को अमूल्य योगदान दिया है।


विश्वविद्यालय में विज्ञान एवं प्रौद्योगकी विभाग की ओर से पांच दिवसीय इंस्पायर साइंस कैंप चल रहा है। आईआईआईटी इलाहाबाद की प्रो. कृष्णा मिश्रा ने विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम जैसे नैनोटेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स व पर्सनल मेडिसिन पर विद्यार्थियों को जागरूक किया।


आईआईटी.दिल्ली के प्रो. नीरज खरे ने विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चेतना भरने के लिए महान वैज्ञानिकों के उदाहरणों और प्रयोगों का सचल चित्रण से व्याख्या की।


प्रो. पीपी. माथुर, पांडिचेरी विश्वविद्यालय ने कहा कि डीएनए के अंदर अपार डाटा संग्रह करने की क्षमता होती है। मानव शरीर में उसके खुद के जीन के अलावा विभिन्न सूक्ष्म जीवों के जीन भी पाये जाते हैं जो विभिन्न जैविक क्रियाओं को प्रभावित कर सकते है। माध्यमिक के छात्र छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित रज्जू भइया संस्थान, विज्ञान संकाय, फार्मेसी संस्थान व इंजीनिरिंग संकाय की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया। वैज्ञानिकों से गुर सीखे।


कुलपति प्रो. डा राजाराम यादव, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. देवराज सिंह एवम डा. मनीष गुप्ता ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। संचालन डा संतोष कुमार ने किया।