महाशिवरात्रि 2020 : बाबा विश्वनाथ की बारात में विश्वभर से जुटे बाराती,

महाशिवरात्रि 2020 : बाबा विश्वनाथ की बारात में विश्वभर से जुटे बाराती,


शिव और काशी में आस्था के विस्तार ने शिव बारात की परंपरा को भी पंख लगाए। महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को दारानगर से निकाली गई काशी की प्रधान शिव बारात में रूस, यूक्रेन, जार्जिया, अमेरिका, इंग्लैंड, कनाड़ा, जर्मनी आदि देशों के शिवभक्त पर्यटक शामिल हुए। गले में माला, सिर पर टोपी पहने कुछ पर्यटक पैदल चले जबकि कुछ ने ठंडई की चुस्कियों के बीच बग्गी की सवारी भी कसी।


पारंपरिक देव झांकियों के अतिरिक्त महंगाई, चिकित्सा सेवा में भ्रष्टाचार पर आधारित झांकियां मेले का आकर्षण रहीं। बग्गियों पर शिव-पार्वती, लक्ष्मी-नारायण, श्रीसीता-राम, ब्रह्मदेव, देवर्षि नारद सहित ऋषिकुल सवार था। शिव-पार्वती और गण बने कलाकारों की टोली ट्रैक्टर की ट्राली पर सजे मंच पर भोजपुरी पैरोडी पर थिरक रही थी। 


बारात के आरंभ स्थल मैदागिन पर दिखा नजारा सचमुच की शिव बारात का आभास करा रहा था। ट्रैक्टर की ट्राली पर मंच लगा कर कलाकारों का दल नाच रहा था तो ट्रैक्टर की ड्राइविंग सीट पर बैठे चालक की मस्ती उनसे भी जुदा थी। बिना ड्राइविंग सीट छोड़े विचित्र भंगिमाओं में नाचते हुए चालक का वीडियो बनाने वालों की होड़ मची रही। अड़भंगी के भक्तों की शिव बारात में कवि सांड़ बनारस दूल्हा और कारोबारी बदरुद्दनी भाई दुल्हन बने। ‘जगत डैडी’ अमरनाथ शर्मा सहबल्ला बनकर एक से दूसरी बग्गी पर उछलकूद मचाते रहे।


बुलानाला, चौक, बांसफाटक और गोदौलिया होते हुए बारात दशाश्वमेध के डेढ़सीपुल पहुंची जहां उसका परंपरागत ढंग से स्वागत हुआ। तिलभांडेश्वर से निकाली गई शिव बारात ने गलियों में भ्रमण किया। सौ से अधिक लाग विमानों वाली बारात में दक्षिण भारतीय भक्त भी बाराती बने। लक्सा,  कमच्छा, सामने घाट, सुंदरपुर, मछोदरी, अस्सी, खोजवां, चितईपुर, पांडेयपुर, गोलगड्डा, आदमपुर आदि इलाकों में बाजे-गाजे के साथ शिव बारात निकाली गई।


कैलाश मठ व गोला दीनानाथ से भी निकाली गई शोभायात्रा


महाशिवरात्रि पर विभिन्न स्थानों से गाजेबाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। घोड़े व देवों के स्वरूप आकर्षण के केंद्र थे। अखिल भारतीय केशरवानी वैश्य युवक सभा की ओर से गोला दीनानाथ से शोभायात्रा निकाली गई। घोड़े पर भगवान शिव व पार्वती के स्वरूप विराजमान थे। बैंडबाजे पर गूंजती भक्ति धुन के बीच शोभायात्रा सेनपुरा स्थित बाबा विश्वेश्वर महादेव पहुंची, जहां अभिषेक व पूजन हुआ।  शोभायात्रा में सीताराम केशरी, संदीप केशरी, अनिल केशरी, अक्षय केशरी, अजय, संजय, राना, लल्ली, सुषमा, सुरेखा, विनीता, सुप्रिया, शिल्पी, ऋषि, हरि, नीरज जायसवाल, नेहा, सुमन, डॉ. एमके गुप्ता आदि शामिल थे। 
स्वामी आशुतोषानंद गिरी के सानिध्य में सुबह विरदोपुर स्थित कैलाश मठ से निकाली शोभायात्रा में शिव दरबार की झांकी के अलावा औघड़, भूत-प्रेत आदि के भी स्वरूप थे। 108 महिलाएं पीले परिधान में शिवलिंग लेकर चल रही थीं। 108 नर्मदेश्वर शिवलिंग तथा द्वादश ज्योतिर्लिंगों के प्रतिरूप का 108 भक्तों ने पूजन किया। शोभायात्रा बड़ी गैबी, गिरीनगर, महमूरगंज होते हुए मठ पहुंचकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में अनंतानंद पुरी, स्वामी राघवानंद गिरी, शिवचरन अग्रवाल, लाला चांडक, इंदू सिंह, आरपी सिंह, लाल शारदा, कृष्ण कुमार सोमानी आदि शामिल रहे।